11 गांवों की एकजुटता के आगे बेबस हुई सरकार, भाखड़ा नहर से पानी देने की भरी हामी
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
पिछले 46 दिनों से गांव धरौदी में 11 गांवों के ग्रामीण पीने के पानी व खेतों की सिंचाई के लिए पानी भाखड़ा नहर से दिलवाने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे। पानी की मांग को लेकर कमेटी सदस्यों की प्रशासन, राज्यमंत्री से बात हो चुकी थी, लेकिन हर बार ग्रामीणों को मुंदड़ी हैड से ही पानी देने की बात कही जा रही थी। लेकिन ग्रामीण केवल भाखड़ा नहर से ही चाहते थे। राज्यमंत्री कृष्ण बेदी भी ग्रामीणों के बीच कड़ी का काम कर रहे थे और इस मामले को लेकर वे लगातार मुख्यमंत्री के साथ संपर्क में थे। ताकि धरौदी माइनर का मामला जल्द निपट सके। इस बारे में 2 अगस्त को फिर राज्यमंत्री कृष्ण बेदी कमेटी सदस्यों को मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन फिर कमेटी सदस्यों ने कहा कि पानी केवल भाखड़ा नहर से ही मिलना चाहिए। जिसके बाद राज्यमंत्री ने फिर मुख्यमंत्री से बातचीत की, तो मुख्यमंत्री ने कमेटी सदस्यों को करनाल में बुलाया और मुख्यमंत्री के साथ राज्यमंत्री, सिंचाई विभाग के एसीएस अनुराग रस्तोगी, जिला उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया के साथ बैठक हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 गांवों के ग्रामीणों को पूरा पानी मिलेगा और किसान के हिस्से के पानी में से कोई कटौती नहीं की जायेगी। इस निर्णय के बाद किसानों ने बैठक में आश्वासन दिलाया कि वे अपना धरना उठा लेंगे। राज्यमंत्री ने कमेटी द्वारा पूरा आश्वास्त होने के बाद धरने पर पहुंचकर भाखड़ा नहर से पानी देने की बात कहने के लिए पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 30 सालों से 11 गांवों के लोग मटमैला पानी पी रहे थे, जिसको वो भी स्वीकार करते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ग्रामीणों को स्वच्छ पानी देंगे, इसकी मांग को उन्होंनेे स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि परिवार के साथ राजनीति करना गद्दारी है। वे सरकार का जन प्रतिनिधि बनकर आये हैं और वादा करने की खिलाफत में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के साथ संपर्क में थे और ग्रामीणों से बातचीत की जा रही थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को 38 क्यूसिक पूरा पानी मिलेगा, वो भी भाखड़ा नहर से ही मिलेगा। लेकिन अभी कागजी कारवाई करने में समय लगेगा। जब तक कागजी कारवाई पूरी नहीं होती, तब तक मुंदड़ी हैड से एक बूंद पानी भी कम नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि वो ग्रामीणों के बीच वादा करके जाते हैं, कि वो अपनी कही बात से पीछे नहीं हटेंगे।
अधिकारियों को पेट्रोलिंग करने के दिये निर्देश
राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि ग्रामीणों को 38 क्यूसिक पानी पूरा मिले, इसके लिए एसडीएम, डीएसपी व सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि नहरी पानी की चोरी रोकने के लिए पुलिस को लेकर पेट्रोलिंग करें। वे किसानों के हक को मरने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि अगर एफआइआर भी दर्ज करनी पड़े, तो करें। किसानों को 24 दिनों में से 8 दिन पूरा पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि 8 दिनों में से एक मिनट कम भी पानी नहीं दिया जायेगा। इस बारे में अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिये गये हैं।
राज्यमंत्री, डीसी को ग्रामीणों ने किया सम्मानित
11 गांवों के ग्रामीणों की मांग पूरी करवाने के लिए कड़ी का काम करने वाले राज्यमंत्री कृष्ण बेदी व उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया का धन्यवाद किया और इस काम के लिए बिनैण खाप, कालवन और धमतान तपा की ओर से पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। वहीं कृष्ण बेदी ने कहा कि वे ग्रामीणों द्वारा दिये गये सम्मान स्वरूप पगड़ी की लाज कम नहीं होने देंगे।
जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया
राज्यमंत्री कृष्ण बेदी द्वारा मुख्यमंत्री से बात करने का 4 दिन का समय मांगा था, लेकिन वे अपनी बात पर पूरे नहीं उतरे थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने रोषस्वरूप आमरण अनशन दोबारा शुरू कर दिया था। जिसमें 9 ग्रामीण डॉ. बलराज दनौदा, अंकुश जागलान, ज्ञानचंद शर्मा, राममेहर, बाबा तुर्त नाथ, पृथ्वी, रणधीर, महेंद्र सिंह, सतबीर आमरण अनशन पर बैठ गये थे। राज्यमंत्री के आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने का निर्णय ले लिया गया था और उसके बाद आमरण अनशन पर बैठे लोगों को जूस पिलाकर राज्यमंत्री ने अनशन तुड़वाया।